वाह सेकुलरो वाह.

वाह सेकुलरो वाह
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जिनको सोनिया नहेरु को नमस्कार कनेमे  कोई परहेज नहीं उनको सूर्य नमस्कार करनेको परहेज है
जिनको इटालियन विदेशी को नमस्कार करनेमे कोई परहेज नहीं उनको स्वदेशी केरियाको [योग] करनेमे परहेज है
ये लोगो ने ही साबित करदिया है की वो परदेशी है और देश को लूटनेको ही आये थे ,जो आज तक लूट रहे है
इसमें मुग्लोने तो हद कर दी इस देश को लूटके विदेशोमे धन जमा किया और देश के मालिक बन बैठे
हिन्दुस्तान जाग उठा है और उनकी असलियत पिछाण  गए है तो अब फिर से मगर ओासु लेके फिर से  लोगोको उनका
दिल  दर्द पूछनेका बहाने फिर से नौ टंकिया शुरू कर दी है लेकिन लोग अब जाग उठे है , आज जितनी भी देश की  समस्याए
है वो सभ  ये सेक्युलरोकी औए नहेरु वन्सजोकि दें है ,उन्होंने ही देश को गुमराह किया है ताकि वो  देशको  लूट शके , और
सभी समस्याओमें  और भी समश्या जोड़ते ही रहे है ,किसीका जड़मूलसे  निकाल नहीं किया है  क्युकी अगर समस्यका हल
हो जाय तो फ़ीर , उनको याद कौन करे ,इसीलिए हर समस्याकी गहरी न गहरी बनाते गए है ,नया आने वालेको अगर सक्षम
नहीं हैतो  फिर उनका ही राज चले ये समाजके  देश को गुमराह करते है गए है ,जो आज केजरीवाल की  पार्टी कर रही है ,कोई
समस्या का निकाल ही नहीं लानेका ,बल्कि उसके साथ और ज़गड़े करते रहनेका और समस्य्को सुलजानेका नहीं ऐसी केजरी
एंड कंपनी की  चाल है यानी आम आदमीपार्टी की भी यही चाल है , जिन्होंने दिल्ही के लोगोको  घूम राह किया  है
===प्रहलादभाई प्रजापति