हिन्दू और मुगल , और हिन्दुस्तान
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मुग्लोको यानी नहेरु खानदान जो मुगलोके वंशज है उनको अगर हिन्दुओसे या हिंदुत्व से या हिन्दुस्तानसे प्यार होता तो बनती आप जानिए
१. …. काश्मीरसे काश्मीरी पण्डितोको उनके घरसे यानी काश्मीरसे भगाया नहीं जाता
२…. काश्मीर का प्रश्न जलता नही रखता
३…….पाक ऑक्युपाय कश्मीर नहीं होता
४…… मुस्लिम तुस्टीकरण की नीति नही होती
५….. सब ही धर्म संभव होता
६…… इंदिराने बांग्लादेश जो बनाया वो हिन्दुस्तानमे मिला शक्ति थी जो नहीं मिलाया और दुनियाकी फलक में मुस्लिम देश में बढ़ावा किया
७…. ..हिन्दू मंदिरोसे कर या जजिया कर नहीं डाला होता
८…. अमरनाथ यात्रा पे कर नहीं लगाया होता
९…… चीन को ७२००० वर्ग किलोमीटर जमीं नहीं देता
१०…..हिन्दुस्तानमे जाती धर्म के भेद भाव और एक जाती को दूसरी जाती से नहीं लड़ाता
११… देश में देश को लूटने के बजाय विकासकी बात होती और भ्रस्टाचार का पायोनियर नहेरु न होता
१२…. सरदार पटेल और सुभाष चन्द्र बोज़ के साथ अन्याय नहीं होता
१३…. देशम एग्रीबी और बेरोजगारी न होती
१४……मुस्लिम तरफी कानून भी नहोते
१५… ..बस्ती का बढ़ावा जो उनका छुपा एजंडा है वो नहोता हम् दो हमारे दो कानूनन मुस्लिमोंको भी लागू किया होता
१६……एक पत्नी का रिवाज यानी कानून भी लागु किया होता
१७….. यु इन ओ में अपनी सदस्य्ता भी होती जो नहेरु ने ठुकरा दी थी और चीनको दे दी थी
१८…… देश में वंस वादका सील सिला भी न होता
१९….. और देश में मुगलका छुपा एजंडा भी नहोता
२०… .. हमारी सीमाये सुरक्षित होतो , तिब्बत ,टेपाल भूटान और सीलोन देश के साथ मिले हुए होते
अगर ये नेहरू खानदान यानी मुग्लोको देशमे स्थान न दिया होता तो आज भार स्वर्ग होता ,कोई गरीब नहोता कोई बेरोजगारी भी नहोती ,ज्याद टेक्ष
कोई गुथिया नहोती , ये सभी देंन ये नहेरु खान दान की है , जिनको देश चलानेका इरादाही न था , उनको तो बस देश को लुटनेका ही इरादा रखा है
और देश का टुकड़ा करके देश को अंधेरेमे धकेलके अराजकता फैलाके हिन्दुओको और हिन्दुस्ताँको ख़त्म करनेका ही इरादा था और है। देश वासी
आप जाग जाओ और देश में बैठे और छुपे गदारोंको पहचानो ,ये जयचंद और देश द्रोही मुगलोके वंशजोंको और उनके साथीदारोंको पहचानो
===प्रहलादभाई प्रजापति